Saturday, March 4, 2023

BILIMORA TO WAGHAI NG RAIL TRIP : GUJRAT 2023

 

बिलिमोरा से वघई नेरोगेज रेल यात्रा 
 

4 MAR 2023

बिलिमोरा से वघई रेल लाइन, पश्चिम रेलवे के मुंबई मंडल की एकमात्र नेरोगेज रेल लाइन है। यह गुजरात के एकमात्र हिल स्टेशन सापुतारा रेंज की तरफ सैर कराती हुई ले जाती है। वघई इस रेल लाइन का अंतिम स्टेशन है जो गुजरात के डांग जिले में स्थित है। वघई से 50 किमी दूर गुजरात और महाराष्ट्र राज्य की सीमा के नजदीक सापुतारा, एक खूबसूरत हिल स्टेशन है। वघई रेलवे स्टेशन के नजदीक ही बस स्टैंड है जहाँ से सापुतारा जाने के लिए बस और अन्य साधन उपलब्ध मिलते हैं। रेल शौकीन, इस रेल यात्रा का लुफ्त उठाने के लिए एकबार इसमें अवश्य यात्रा करते हैं। 

तत्कालीन बड़ौदा राज्य के शासक सयाजी राव गायकवाड के निर्देशानुसार सन 1913 में अंग्रेजों ने इस रेल लाइन का शुभारम्भ किया और इसकी शुरुआत बिलिमोरा से रन्कुवा रेलवे स्टेशन के बीच की गई। इस रेलमार्ग की कुल लम्बाई 63 किमी है जोकि बिलिमोरा से वघई तक है। वघई तक का रेलमार्ग 1926 में बनकर तैयार हुआ।  बड़ौदा स्टेट रेलवे के अंतर्गत शामिल इस रेल लाइन को बनाने का मुख्य उद्देश्य जंगल से सागौन की लकड़ियों की ढुलाई करना था, तत्पश्चात इन लकड़ियों को बिलिमोरा बंदरगाह से अन्य देशों को भेजा जाता था। देश की आजादी के बाद इस रेल लाइन का भारतीय रेलवे में विलय कर दिया गया। 

सन 2020 में पश्चिम रेलवे ने इस रेल लाइन को अनिश्चित काल के लिए बंद करने का फैसला लिया किन्तु कुछ समय पश्चात ही यहाँ के स्थानीय लोगों ने इसे बंद करने के चलते भारतीय रेलवे और स्थानीय राजनीती का विरोध करना शुरू कर दिया। अंततः गुजरात के राजनीतिक दबाब के चलते भारतीय रेलवे ने इसका पुनः सुचारु रूप से सञ्चालन करना शुरू कर दिया और आज वर्तमान में यह हेरिटेज सेवा के रूप में स्थानीय यात्रियों और पर्यटकों हेतु पूर्ण रूप से संचालित है। इसमें पर्यटकों हेतु एक वातानुकूलित विस्टाडैम कोच भी लगाया गया है जिसमें कि सापुतारा रेंज के साथ साथ पूर्णा वन्यजीव अभयारण्य के शानदार नजारों को देखते हुए सफर का आनंद लिया जा सकता है। 


इस रेलमार्ग पर बिलिमोरा के बाद कुल दस रेलवे स्टेशन हैं जिनमें गणदेवी, चिखली रोड, रंकुवा, धोलीकुवा, अनावल, उनाई और वासंडा रोड, केवड़ी रोड, कालाअम्ब, डूंगरडा और वघई हैं। इस बीच अम्बिका नदी के अलावा कॉसखेड़ी नदी के दो पुलों से जब यह ट्रेन गुजरती है तो वह नजारा भी खूब देखने लायक होता है। गुजरात के छोटे बड़े खपरेल की छतों वाले गाँव देखने में बहुत ही मनभावन लगते हैं। कुलमिलाकर मानसून के मौसम में यहाँ के खूबसूरत अपने चरम पर होते हैं अतः अधिक से अधिक यहाँ मानसून के मौसम में ही आने का विचार बनाना चाहिए। 


वघई तक टिकट लेकर मैं इस छोटी सी ट्रेन में सवार हुआ और कुछ देर बाद ही इसके इंजन की सीटी सुनाई दी। ट्रेन का बिलिमोरा से चलने का समय हो चुका था, और जल्द ही एक जोरदार झटके के साथ ट्रेन स्टेशन से रवाना हुई। ट्रेन में कुल चार कोच थे जिनमें सबसे अंत में विस्टाडैम कोच लगा हुआ था, जोकि पर्यटकों के लिए एक सुविधाजनक कोच है। बाकी अन्य कोच सामान्य हैं जिनमे काठ निर्मित बैठने की सीटें हैं। ट्रेन बिलिमोरा से रवाना हो चुकी थी, और इस रूट के नज़ारे दिखना शुरू हो गए। 

पहला स्टेशन गणदेवी आया, एक छोटा हॉल्ट जैसा दिखने वाला स्टेशन है। मैं ट्रेन से उतरकर स्टेशन के बोर्ड का फोटो खींच लाया। किसी ने कोई आनाकानी नहीं की अन्यथा महाराष्ट्र में अचलपुर - मुर्तिजापुर वाली नेरोगेज पर रेल यात्रा के दौरान मुझे ट्रेन में संग चल रहे रेलवे स्टाफ ने किसी भी स्टेशन या ट्रैन का फोटो नहीं खींचने दिया था।   

अगला स्टेशन चिखली रोड था। यहाँ से चिखली नगर के लिए रास्ता जाता है, बिलिमोरा के बाद चिखली इस मार्ग पर एक बड़ा नगर है। यहाँ अनेकों सवारियां ट्रेन से उत्तरी। 

चिखली रोड के बाद ट्रेन रंकुवा स्टेशन पहुंची। यह इस रेल लाइन के प्रारंभिक शुरुआत के दौरान अंतिम स्टेशन था। केवडी रोड स्टेशन पर एक बड़ा बाजार लगा हुआ था जहाँ आसपास के गाँवों के लोगों की भीड़ देखने को मिली। 

कालाअम्ब नामका एक स्टेशन आया और इसके बाद अम्बिका नदी के पुल से ट्रेन के गुजरते हुए एहसास हुआ कि इसका एक फोटो नीचे नदी से लिया जाता तो कितना शानदार लगता। 

जल्द ही मैं वघई पहुँच गया। ब्रिटिशकाल के दौरान निर्मित यह एक छोटा अंतिम रेलवे स्टेशन है। स्टेशन और ट्रेन के कुछ फोटो लेने के बाद मैं वघई बस स्टैंड पहुंचा। 

यहाँ एक दुकानदार से पानीपुरी खाकर मैंने उससे सूरत लौटने वाली बस के बारे में जानकारी ली और वघई के आसपास देखने योग्य स्थानों के बारे में जाना। यहाँ से सापुतारा जाने के लिए अनेकों साधन उपलब्ध थे। मैं बस स्टैंड पर बैठकर सूरत जाने वाली बस का इंतज़ार करने लगा। यहाँ गुजरात स्टेट के अलावा महाराष्ट्र रोडवेज की भी बसें आ जा रही थीं। जल्द ही मुझे सूरत जाने के लिए महाराष्ट रोडवेज की एक बस मिल गई जो नासिक से आ रही थी। 

BILIMORA JN. 

BILIMORA RAILWAY STATION 




2. बिलिमोरा - वघई  स्पेशल 










3. गणदेवी रेलवे स्टेशन 

GANDEVI RAILWAY STATION



4. चिखली रोड रेलवे स्टेशन 












5. रानकुवा रेलवे स्टेशन 



6. धोली कुवा रेलवे स्टेशन 









7. अनावल रेलवे स्टेशन 












8. उनाइ वांसदा रोड रेलवे स्टेशन 





9. केवडी रोड रेलवे स्टेशन 







10. काला अम्ब रेलवे स्टेशन 






11. अम्बिका नदी 



AMBIKA RIVER

अम्बिका नदी 

12. डूंगरडा रेलवे स्टेशन 

DUNGARDA  RAILWAY STATION







 वघई रेलवे स्टेशन 

WAGHAI RAILWAY STATION


WAGHAI RAILWAY STATION



WAGHAI RAILWAY STATION

GENERAL COACH

 विस्टाडैम कोच 

WAGHAI RAILWAY STATION

WAGHAI RAILWAY STATION

WAGHAI RAILWAY STATION

WAGHAI BUS STAND


पिछली यात्रा :- 

🙏

No comments:

Post a Comment

Please comment in box your suggestions. Its very Important for us.