मरुभूमि बीकानेर की तरफ़ - मथुरा से श्री डूँगरगढ़
यात्रा दिनाँक - 30 अगस्त 2019
कभी कभी कुछ यात्रायें बिना किसी पूर्व विचार के भी बन जाया करती हैं और बिना किसी तैयारी के पूर्ण भी हो जाती हैं। ऐसी ही एक यात्रा मैंने भी की मरुभूमि बीकानेर की। दरअसल बीकानेर से कुछ पहले मेरे मामाजी की ससुराल एक ग्राम में है जिसका नाम है झंझेऊ। यह ग्राम मरुभूमि में रेगिस्तान के टीलों के बीच आगरा से बीकानेर मार्ग पर स्थित है। आजकल मामाजी यहीं थे और उन्होंने मुझे वहां बुलाया। आज से दस साल पहले भी यानी सन 2009 में भी मैं वहां उनके साथ जा चुका था और कई दिन वहां रहकर आया था। आज दस साल बाद मुझे फिर से वहां जाने का मौका मिल रहा था। प्लान गोगामेड़ी जाने का था कल्पना को लेकर, परन्तु अत्यधिक भीड़ के चलते कल्पना का प्लान कैंसिल हो गया और मुझे अकेले ही इस यात्रा पर निकलना पड़ा।