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Tuesday, February 11, 2025

KALPANA BIRTHDAY : AGRA 2023


 आगरा की एक दिवसीय यात्रा और कल्पना का जन्मदिन 


                             

5 जून 2023 

आज 5 जून है यानी मेरी पत्नी कल्पना का जन्मदिवस। इसलिए आज हमने इस दिन को विशेष बनाने के लिए अपने पूर्व गृहनगर आगरा को चुना। वैसे भी काफी समय बीत चुका था, अपने पूर्व गृहनगर आगरा गए हुए। 

दरअसल मैं बचपन से ही आगरा में रहा हूँ, वहां हम आगरा कैंट रेलवे स्टेशन के समीप रेलवे कॉलोनी में रहते थे क्योंकि मेरे पिताजी वहां रेलवे में कार्यरत थे। आगरा में रहकर ही मैंने बहुत कुछ सीखा और अपनी शिक्षा पूरी की। युवावस्था में मेरा विवाह मथुरा निवासी कल्पना से हुआ और उसे पत्नी के रूप में पहली बार मैं आगरा ही लेकर आया। इसप्रकार आगरा शहर मेरे और कल्पना के लिए विशेष महत्त्व रखता है। यहाँ आकर हमारी वो समस्त पुरानी यादें ताजा हो जाती हैं। 

हम अपनी बाइक से ही मथुरा से आगरा के निकल पड़े। यह दूरी 50 किमी के लगभग थी जिसे पूरा करने में मात्र एक घंटा काफी है। स्प्लेंडर एक अच्छी बाइक होने के साथ साथ अच्छा माइलेज भी देती है, अतः हमें आगरा पहुँचने में ज्यादा विलम्ब नहीं हुआ। आगरा - मथुरा के बीच रैपुरा नामक स्थान है, यह दोनों नगरों का मध्य केंद्र भी है अतः यहाँ हम थोड़ी देर रुके और गन्ने का जूस पिया क्योंकि यह ग्रीष्म ऋतू है और इस ऋतू में जितना भी शीतल पेय लिया जाए, फायदेमंद ही होता है। 

इस स्थान से एक बाईपास रोड भी गुजरता है जो आगरा शहर को बाईपास करता है। यह दिल्ली - कोलकाता राष्ट्रीय राजमार्ग को आगरा - मुंबई राजमार्ग से जोड़ता है। अतः धौलपुर , ग्वालियर की तरफ जाने के लिए यह मार्ग उपयोगी है। इसी मार्ग के पुल के नीचे हम गन्ने का जूस पीकर थोड़ी देर रुके और फिर अपने पुराने नगर की तरफ बढ़ चले। 



मेरे सफर के साथी 

आगरा शहर पहुंचकर सर्वप्रथम हम ओमेक्स मॉल पहुंचे। यह काफी बड़ा और अच्छा मॉल है और साथ ही इसमें एक अच्छा मल्टीप्लेक्स सिनेमा है जिसमें कई सारी फ़िल्में एक ही समय पर चलती हैं। हमें यहाँ द केरला स्टोरी मूवीज की टिकट मिली। यह मूवीज केरल से सम्बंधित थी इसलिए हमें अच्छी भी लगी क्योंकि इसी माह में हमारी अगली यात्रा केरला की ही निर्धारित थी। 

फिल्म में मुख्य भूमिका में अभिनेत्री अदा शर्मा हैं जिन्होंने अपने शानदार अभिनय से इस फिल्म को और शानदार बना दिया। वैसे मुझे अदा शर्मा की सभी फिल्में बहुत पसंद हैं क्योंकि वह अपने अभिनय से फिल्म के किरदार को बखूबी निभाती हैं। 

मूवीज देखने के बाद हमने थोड़ी देर इस मॉल को घूमकर देखा, अनेकों बड़ी बड़ी दुकानों और शोरूमों से यह मॉल और भी शानदार लग रहा था। मॉल घूमने के बाद हम अपने पुराने आवास आगरा कैंट की तरफ रवाना हो गए। 











आगरा कैंट पहुंचकर सर्वप्रथम हमने अपने उस रेल आवास को देखा जहाँ कभी कल्पना प्रथम बार अपने मातापिता का घर छोड़कर अपने नए घर में आई थी। इस समय इस रेल आवास में कोई अन्य रेल कर्मचारी निवास कर रहे थे। हमें यूँ घर की तरफ देखते हुए उन्होंने हमसे इसका कारण पूछा तो कारण जानने के बाद वह बहुत प्रसन्न हुए और अनजान होते हुए भी उन्होंने हमें अंदर बुलाया। 

काफी सालों बाद आज अपने पुराने घर को देखकर मन में बचपन की यादें और वैवाहिक यादें एक बार फिर से ताजा हो गईं। यह आज भी वैसा ही था जैसा हम इसे छोड़कर गए थे, इस घर की हरेक जगह से मेरी यादें जुडी हुईं थी। मैंने इस घर के नए मालिक का आभार व्यक्त किया और उन्हें धन्यवाद कहकर हम आगरा के शाहगंज बाजार की तरफ बढ़ चले। 

आगरा में शाहगंज एक बड़ा बाजार है जो आगरा कैंट के नजदीक ही है। शाहगंज के समीप कोठी मीना बाजार का बड़ा मैदान है। इस मैदान में हमेशा कुछ ना कुछ नया देखने को मिलता है जैसे कभी यहां सर्कस चलता है या काफी यहाँ हस्त शिल्प बाजार लगता है। 

अभी फ़िलहाल यहाँ डिस्नी लैंड मेला चल रहा था। यह अधिकतर गर्मियों  के दिनों में ही यहाँ लगता है। अभी जून का महीना है इसलिए हमें यह यहाँ देखने को मिला। मैंने इस मेले की दो टिकट लीं और कल्पना को यह मेला दिखाया। 

इस मेले में अनेकों दुकाने और झूले लगे थे, एक दो झूलों पर हम भी झूले और एकबार पुनः बचपन की मस्ती में खो गए। अब शाम करीब हो चली थी और दिन ढलने  की कगार पर था अतः एक दो घंटे यहाँ घूमने  के बाद अब हम अपने वर्तमान नगर मथुरा की ओर प्रस्थान कर गए। 

















डिस्नी लैंड मेला देखने के बाद हम मथुरा की तरफ प्रस्थान कर चुके थे किन्तु अभी हमारी यात्रा समाप्त नहीं हुई थी। आज कल्पना का जन्मदिन था इसलिए मैं इस शाम को भी विशेष बनाना चाहता था अतः हम मथुरा से पहले ही मैकडॉनल्ड के रेस्रोरेन्ट पहुंचे और यहाँ शाम का भोजन किया। कल्पना को आज का दिन बहुत ही अच्छा लगा और वह बहुत खुश थी। मैंने उसके चेहरे पर यही ख़ुशी देखना चाहता था। इस प्रकार हमने आज के दिन को एक यात्रा का रूप दे दिया और कल्पना का बर्थडे भी मन गया। 







धन्यवाद 

🙏


Friday, January 3, 2025

KACHHALA GHAT : GANGA RIVER 2023

 कछला घाट पर गंगा स्नान - वर्ष 2023 

29 अप्रैल 2023 

अप्रैल का माह चल रहा है और गर्मी अपने चरमोत्कर्ष पर है। इस समय तो केवल ठन्डे स्थानों और नदियों की तरफ यात्रा का रुख स्वतः ही हो जाता है। इस सप्ताह के अंत में शनिवार के अवकाश को मैंने अपनी एक यात्रा में बदल दिया। इस बार गंगा जी जाने का विचार मन में आया और शनिवार को गंगा जी के लिए प्रस्थान करने के पूरी तैयारी कर ली। मेरी पत्नी कल्पना भी मेरे साथ गंगा स्नान के लिए तत्पर हो उठी तो अपनी इस यात्रा में शामिल कर लिया। 

मथुरा से सुबह साढ़े पांच बजे कासगंज जाने वाली पैसेंजर ट्रेन जाती है इसलिए सुबह पांच बजे ही घर से तैयार होकर, माँ को प्रणाम कर हम स्टेशन की तरफ प्रस्थान कर गए। स्टेशन से पहले ही एक रेल फाटक पर बाइक खड़ी करके हम स्टेशन की तरफ दौड़ लिए क्योंकि अब ट्रेन को चलने में ज्यादा समय नहीं रहा गया था और जैसे ही हम स्टेशन पर पहुंचे, तो एक जोरदार सीटी हमारी ट्रेन के इंजन की सुनाई दी और ट्रेन चल पड़ी। मतलब ये था कि अगर हम थोड़ी बहुत और देर से आते तो शायद इस ट्रेन का मिलना मुश्किल ही था। 

मथुरा जंक्शन स्टेशन के बाद मथुरा छावनी स्टेशन आया और इसके बाद यमुना जी  को पार करती हुई ट्रेन गंगा जी की तरफ रवाना हो चली। सुबह सुबह की ठंडी हवा ने मन को प्रफुल्लित कर दिया और यात्रा का आनंद दुगना कर दिया। राया, सोनाई और मुरसान के बाद हम हाथरस पहुंचे, यहीं से अगला स्टेशन हमारे गांव का है हाथरस रोड। 

मीटरगेज के समय में यह मुख्य स्टेशन था क्योंकि अधिकतर मीटरगेज की ट्रेनों का क्रॉस एक दूसरे से इसी स्टेशन पर होता था परन्तु जब से ये बड़ी लाइन हुई है तब से इस स्टेशन की महत्ता और सुंदरता दोनों ही समाप्त हो चले हैं। एक समय में मेरे दादाजी इसी रेलवे स्टेशन पर नौकरी करते थे, आज उनकी ऑफिस एक खंडहर के रूप में बची है सिर्फ।  इस स्टेशन से मेरा गांव सिर्फ एक किमी की दूरी पर है।  यहाँ आकर अनायास ही मुझे मेरे बचपन के दिनों की याद आ जाती है। 

अब आगे बढ़ते हैं - रति का नगला, बस्तोई, सिकंदरा राऊ, अगसौली और मारहरा के बाद आखिर कार हम  अपने अंतिम गंतव्य स्टेशन कासगंज पहुंचे। यह ट्रेन यहीं तक थी और इस समय कछला घाट जाने वाली कोई ट्रेन नहीं थी इसलिए अब आगे की यात्रा बस द्वारा ही होनी थी। इसलिए हम पैदल ही स्टेशन से बस स्टैंड की तरफ रवाना हो चले। एक चौक पर हमने नाश्ते की दूकान देखी, जहाँ बहुत से लोगों की भीड़ सी भी लगी थी। 

 अगर किसी कचौड़ी वाली दूकान पर अत्यधिक भीड़ देखने को मिले तो समझ जाना चाहिए कि वो उस नगर की प्रसिद्ध नाश्ते की दुकान है। मैंने और कल्पना ने भी यहाँ सुबह सुबह गर्मागर्म कचौड़ी का नाश्ता किया। जो कि अत्यंत ही स्वादिष्ट था। 

कुछ समय तक हम बस स्टैंड पर खड़े रहे और फिर थोड़ी देर बाद हमें अलीगढ डिपो की एक बस मिल गई जो कि बरेली जा रही थी। हम इस बस द्वारा कछला घाट पहुंचे। गंगा जी पार करने के बाद हम रेलवे स्टेशन की तरफ से गंगा नदी में उतरे, और पूजा अनुष्ठान के बाद हमने जी भर कर गंगा जी में स्नान किया।  यहाँ गंगा जी की गहराई थोड़ी कम है इसलिए गंगा नहाने का असली आनंद प्राप्त होता है। 

गंगा नदी में ही वो पुराने पिलर दिखाई देते हैं जिनपर कभी मीटरगेज की ट्रैन और बरेली जाने वाला सड़कमार्ग एक साथ गुजरता था। बदलते समय के साथ अब गंगा जी पर दो पुल नए बन गए हैं जिनमें से एक सड़कमार्ग का और दूसरा रेल मार्ग का है। 

गंगा जी में काफी देर नहाने के बाद हम कछला घाट स्टेशन पहुंचे, क्योंकि थोड़ी बहुत देर में अब यहाँ कासगंज  जाने वाली पैसेंजर ट्रेन आने वाली है। कछला घाट स्टेशन पर पुरानी मीटरगेज की अनेकों निशानियाँ आज भी दिखाई देती हैं, जैसे कि गंगा जी पर बने पुराने पुल के अवशेष, कछला घाट का पुराना मीटरगेज का रेलवे स्टेशन और प्लेटफॉर्म। 

इन सबको देखकर मुझे मेरे बचपन के दिनों की और मीटरगेज के दौर की पुरानी यादें ताजा हो उठती हैं। कुछ समय बाद कासगंज जाने वाली ट्रेन आ पहुंची और एक बार  फिर से हम गंगा से यमुना की तरफ रवाना हो चले। यह ट्रेन कासगंज तक ही थी, और अब मथुरा जाने के लिए शाम से पहले यहाँ कोई ट्रेन नहीं थी इसलिए अब वापसी का प्लान बस द्वारा कन्फर्म हुआ। 

 कासगंज स्टेशन के बोर्ड के साथ कुछ फोटो लेने के बाद हम मथुरा रोड पर पहुंचे। यहाँ गन्ने के जूस की स्टाल से दो दो गिलास हमने जूस पिया जिससे एक बार फिर से हमारा मन और शरीर तरोताज़ा हो गया। कुछ समय बाद हमें मथुरा जाने वाली एक रोडवेज बस मिल गई और हम मथुरा अपने घर की तरफ  प्रस्थान कर गए। 



KALPANA AT KASGANJ RAILWAY STATION 

OLD PILLER OF METER GUAGE RAIL TRACK

BANK OF GANGA 

BAREILLY HIGHWAY


KALPANA IN GANAGA





मीटर गेज रेलवे के समय के अवशेष 

मीटर गेज ट्राली 

कभी यहीं होकर गोकुल एक्सप्रेस गुजरती थी। 



गंगा सेतु की तरफ से कछला घाट स्टेशन का एक दृश्य 


गंगा रेल सेतु 


KACHHALA BRIDGE 


मीटर गेज के समय का स्टेशन नामपट 



मीटर गेज का प्लेटफॉर्म 






SORON SHUKAR KSHETRA STATION

KALPNA IN TRAIN 

GANGAGARH RAILWAY STATION 

GANGAGARH HALT

KASGANJ CITY STATION 

KASGANJ JUNCTION


🙏