UPADHYAY TRIPS PRESENTS
गोमती द्धारिका या मुख्य द्धारिका
इस यात्रा को शुरू से पढ़ने के लिए यहाँ क्लिक करें।
भेंट द्धारिका के दर्शन कर हम वापस ओखा रेलवे स्टेशन आ गए, शाम के साढ़े सात बज रहे थे यहाँ से मुख्य द्वारिका करीब तीस किमी दूर है। सोमनाथ जाने वाली एक्सप्रेस द्धारिका जाने के लिए तैयार खड़ी थी, हमने जल्दी से टिकट ली और द्धारिका की तरफ प्रस्थान किया, कुछ देर बाद हम द्धारिका स्टेशन पर थे। यहाँ मैंने पहले ही डोरमेट्री बुक कर रखी थी, डोरमेट्री में कुल पाँच बिस्तर थे और पाँचो बिस्तर हमने अपने लिए ही बुक कर रखे थे यानी पूरी डोरमेट्री आज हमारी ही थी।
सुबह नहा धोकर हम द्धारिकाधीश जी के दर्शन के लिए निकल पड़े, ऑटो वाले ने हमें एक शानदार ब्रिज के पास उतारा। इस ब्रिज का नाम सुदामा सेतु है और यह गोमती के ऊपर बना हुआ है। इसे पार करने के लिए टिकट खरीदनी पड़ती है। ब्रज से इतनी दूर आकर कान्हाजी ने अपनी नगरी यहाँ समुद्र के किनारे सौराष्ट्र प्रदेश में बसाई, कहा जाता है भगवान् के अपने धाम जाने के पश्चात् उनकी यह खूबसूरत द्धारिका भी समुद्र के गर्भ में समां गई और उसके बाद यह सात बार बानी और उजड़ती रही आठवीं बार की द्धारिका आज हमारे सामने थी।
गोमती पार करने के बाद गोमती के किनारे बसी द्धारिका का दृश्य अदभुत ही लगता है। दुर्वाशा ऋषि के आश्रम के पास ही सात कुएँ हैं जिनके मीठे जल को पीकर ही द्धारिका आने वाले ऋषि मुनि तृप्त होते थे। द्धारिकाधीश मंदिर में मोबाइल कैमरा ले जाना सख्त मना है इसलिए मंदिर के अंदर के फोटो तो नहीं ले पाया हूँ परन्तु बाकी जो लिए थे वे आपके सामने प्रदर्शित कर रहा हूँ।
द्धारिका रेलवे स्टेशन |
द्धारिका रेलवे स्टेशन पर एक सुबह |
द्धारिका डोरमेट्री |
द्धारका का द्वारकेश |
द्धारिका द्धार |
सुदामा सेतु |
सुदामा सेतु |
गोमती द्धारिका और सुदामा सेतु |
सुदामा सेतु पर एक सेल्फी |
तीर्थ यात्री |
गोमती द्धारिका |
द्धारिका और सुधीर उपाध्याय |
गोमती द्धारिका |
अरब सागर और सुधीर उपाध्याय |
अरब सागर |
अरब सागर में निधि और बीना बुआ |
दुर्वासा ऋषि |
गरुड़ मंदिर |
द्धारिका |
द्वारिका में गोमती का बढ़ता जल स्तर |
द्धारिका यात्रा |
जय द्वारिकाधीश |
मैं, माँ और द्धारिकाधीश मंदिर |
द्धारिकाधीश जी का मुख्य मंदिर |
द्वारिका यात्रा के अन्य भाग के लिंक नीचे दिए हैं 👇
- भेंट द्धारिका की तरफ
- द्धारिकाधीश की शरण में - गोमती या मुख्य द्धारिका
- दारुका वन में नागेश्वर ज्योतिर्लिंग, रुक्मणि मंदिर और भड़केश्वर महादेव
- सोमनाथ ज्योतिर्लिंग और भालुका तीर्थ
- गिर नेशनल पार्क में मीटरगेज ट्रेन से एक सफर
THANKS YOUR VISIT
🙏
No comments:
Post a Comment
Please comment in box your suggestions. Its very Important for us.