काठगोदाम से मथुरा - कछला घाट
इस यात्रा को शुरू से पढ़ने के लिए यहाँ क्लिक करें।
कछला घाट पहुंचकर देखा तो रेलवे ने अपना वाला पुराना मार्ग बंद कर दिया है जहाँ से कभी रेलमार्ग और सड़कमार्ग एक होकर गंगा जी को पार करते थे। सड़क मार्ग अलग हो गया, मीटरगेज मार्ग भी बंद हो गया परन्तु पब्लिक है कि आज भी रेलवे के बिज के नीचे ही गंगा जी में नहाना पसंद करती है। लोग आज भी अपनी उस आदत को नहीं बदला पाए जिसपर वर्षों से वे और उनके पूर्वज चलते आ रहे थे। इसलिए जब रेलवे ही बदल गई तो मजबूरन लोगों की रेलवे ब्रिज की तरफ जाने की आदत को रेलवे ने ब्लॉक् कर दिया। अब मजबूरन लोगों को कछला नगर की तरफ से होकर ही गंगाजी में स्नान करने जाना पड़ता है और हमें भी जाना पड़ा।
जब पहली बार एवेंजर गंगाजी में उतरी तभी हवाओं ने हमारी तरफ अपना रुख कर दिया और गंगाजी में बालू को उड़ाती हुई हमारा मार्ग रोक दिया। पर यह भी एवेंजर थी और साथ में लगा स्टुड का हेलमेट जिससे इन हवाओं का हमपर कोई फर्क नहीं पड़ा। हम रेलवे ब्रिज के नीचे पहुंचे और बीच गंगा में जाकर मैंने बाइक को गंगा की धारा के किनारे खड़ा कर दिया। जब माँ गंगा सामने थी और हम सुबह से नहाये हुए भी नहीं थे तो फिर सब्र कैसा तुरंत गंगा जी को प्रणाम कर छलांग लगा दी। और जी भरकर आज गंगा स्नान का लुफ्त उठाया। कल्पना को शुरुआत में डर अवश्य लगा किन्तु एकबार गंगाजी में प्रवेश करने के बाद उसका भी सारा डर समाप्त हो गया। जी भरकर गंगा की गोदी में स्नान किया।
नहाने के पश्चात मैंने अपनी बाइक एवेंजर को गंगा स्नान कराया और अपने कपडे बदलकर तैयार हो गया। अब सूर्य देवता ठीक सिर के ऊपर थे मतलब बारह बज चुके थे। हवाओं का रुख भी अब काफी तेज हो चुका था इसलिए हम गंगाजी को प्रणाम कर वापस अपनी मंजिल की तरफ बढ़ चले। अगला पड़ाव हमारा सोरों था जो कि एक महत्वपूर्ण तीर्थस्थान कहलाता है। अगले भाग में पढ़िए।
|
KALPANA BATHING IN GANGA RIVER |
|
MY BIKE AVENGER AT GANGA |
|
AVENGER |
|
MY WIFE KALPANA UPADHYAY |
|
SUDHIR UPADHYAY AT GANGA |
|
TRAIN PASSING ON BRIDGE OVER GANGA RIVER AT KACHHLA |
|
KACHHLA BRIDGE OVER GANGA RIVER |
|
KACHHLA GHAT |
अगली यात्रा - काठगोदाम से मथुरा, सोरों शूकर क्षेत्र।
नैनीताल यात्रा के अन्य भाग
No comments:
Post a Comment
Please comment in box your suggestions. Its very Important for us.