गोवर्धन परिक्रमा एवं कुसुम सरोवर
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कुसुम सरोवर
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अभी कुछ ही दिनों पहले मेरी कंपनी का गोवर्धन क्षेत्र में एक इवेंट लगा जिसकी मुनियादी गोवेर्धन क्षेत्र के आसपास कराई जानी थी जिसकी जिम्मेदारी मुझे सौंपी गई। मैंने एक टिर्री बुक की, जिसमे स्पलेंडर बाइक फिट थी और पीछे आठ दस सवारियों के बैठने की जगह थी। इस टिर्री के साथ मैंने मुनियादी करने के लिए गोवर्धन परिक्रमा क्षेत्र को चुना। मौसम आज सुहावना था, सुबह सुबह खूब तेज बारिश पड़ी इसलिए मौसम में काफी ठंडक भी थी। गोवर्धन का परिक्रमा मार्ग कुल 21 किमी का है जो दो भागों में विभाजित है बड़ी परिक्रमा और छोटी परिक्रमा। बड़ी परिक्रमा कुल चार कोस की है, मतलब 12 किमी और छोटी 3 कोस की मतलब 9 किमी की।
गोवर्धन के मुख्य मंदिर दानघाटी से परिक्रमा शुरू होती है जो आन्यौर होती हुई राजस्थान की सीमा में प्रवेश करती है जहाँ पौराणिक पूँछरी के लौठा का मुख्य मंदिर है। यह गोवर्धन पर्वत का अंतिम स्थल है इसके बाद परिक्रमा पर्वत के दूसरी तरफ वापस दानघाटी की तरफ मुड़ जाती है जो जतीपुरा होते हुए वापस गोवर्धन जाती है। यह 12 किमी की बड़ी परिक्रमा है, यहाँ से अब छोटी परिक्रमा शुरू होती है जो गोवर्धन के बड़े बाजार से होती हुई राधाकुंड पहुंचती है। राधाकुंड से आगे कुसुम सरोवर के नाम से एक पौराणिक स्थल है जो अत्यंत ही खूबसूरत है।
कुसुम सरोवर से सीधे हम वापस गोवर्धन पहुंचते हैं, यह परिक्रमा इन्फिनिटी के डिज़ाइन की तरह है, गोवर्धन परिक्रमा के दौरान अनेको छोटे और बड़े मंदिर पड़ते हैं जो कि दर्शनीय हैं।
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गोवर्धन का एक मंदिर |
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ऋणमोचन कुंड |
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मानसी गंगा द्धार |
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गोवर्धन |
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दानघाटी मंदिर |
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जय गिर्राज जी महाराज
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पूँछरी का लौठा , गोवर्धन, राजस्थान |
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रूद्र कुंड |
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चूतड़ टेका , एक विश्राम स्थल |
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कुसुम सरोवर |
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कुसुम सरोवर |
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टिर्री वाला भाई |
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प्राचीन कुंआ , कुसुम सरोवर |
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जपाकर शर्मा , सिद्ध यात्री निवास होटल के डायरेक्टर |
🙏
टिर्री का फोटो भी लगाने का था।
ReplyDeleteकुसुम सरोवर में महाराजा सूरजमल की समाधि भी है। आपने ध्यान नहीं दिया। या जानकारी नहीं थी शायद...
Unke alava aneko samadhiyan bhi Hain jinka vivaran jald hi Diya jayega, aur tirri ke photo ke liye really sorry bhul Gaya me,
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